एनकाउंटर की क्या कहानी बता रही है पुलिस
संजय शिंदे का कहना है कि पुलिस वैन में ले जाए जाने के दौरान अक्षय शिंदे ने एक पुलिसकर्मी की पिस्तौल छीन ली थी। उसने पिस्तौल तानते हुए कहा कि मैं किसी को नहीं छोड़ूंगा। उसकी ओर से गोली चलाई गई और जवाबी ऐक्शन में वह मारा गया। यही नहीं संजय शिंदे की ओर से ही इस मामले में मुंब्रा पुलिस थाने में एफआईआर भी दर्ज कराई गई है। संजय शिंदे ने इसे एनकाउंटर बताते हुए कहा कि उसकी हत्या आत्मरक्षा के दौरान हुई थी। बता दें कि सोमवार की शाम को अक्षय शिंदे को तलोजा जेल से लेकर पुलिस निकली थी। उसे पत्नी की ओर से दायर केस की जांच के लिए ही निकाला गया था।
शिंदे ने पिस्तौल छीन और गालियां देने लगा; क्या बोले इंस्पेक्टर
पुलिस का कहना है कि इसी दौरान वैन में अक्षय शिंदे ने पिस्तौल छीन ली और फायरिंग कर दी। पुलिस इन्सपेक्टर संजय शिंदे ड्राइवर के केबिन में बैठे थे, जबकि अक्षय शिंदे के साथ दो अन्य पुलिस वाले पीछे बैठे थे। संजय शिंदे का कहना है कि अक्षय ने पिस्तौल छीन ली थी और पुलिस वालों को गाली देने लगा था। इस पुलिस वैन रुकवाकर वह पीछे गए तो देखा कि उसने पिस्तौल तान रखी है। इसी दौरान एनकाउंटर हो गया, जिसमें अक्षय शिंदे मारा गया। इस मामले पर विपक्ष भी सवाल उठा रहा है।