हरदा जिले में राजपूत छात्रावास में हुए लाठीचार्ज मामले में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सख्त रुख अपनाते हुए प्रशासनिक कार्रवाई की है। मुख्यमंत्री ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP), उपजिला दंडाधिकारी (SDM) और एसडीओपी (SDOP) को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। वहीं, कोतवाली थाना प्रभारी और ट्रैफिक थाना प्रभारी को नर्मदापुरम IG कार्यालय में अटैच कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर दी जानकारी
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर लिखा –
“हरदा जिले में 13 जुलाई को राजपूत छात्रावास में घटित प्रकरण की जांच के उपरांत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीएम एवं एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से हरदा जिले से हटाया गया है। थाना प्रभारी, कोतवाली एवं थाना प्रभारी (ट्रैफिक) को नर्मदापुरम् आईजी कार्यालय में अटैच किया गया है। समाज के छात्रावास में अनुचित बल प्रयोग एवं स्थिति को संवेदनशील रूप से निराकरण करने में की गई लापरवाही को लेकर यह एक्शन लिया गया है।”
हरदा जिले में 13 जुलाई को राजपूत छात्रावास में घटित प्रकरण की जांच के उपरांत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, एसडीएम एवं एसडीओपी को तत्काल प्रभाव से हरदा जिले से हटाया गया है। थाना प्रभारी, कोतवाली एवं थाना प्रभारी (ट्रैफिक) को नर्मदापुरम् आईजी कार्यालय में अटैच किया गया है।
समाज के…— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) July 27, 2025
जानिए क्या है पूरा मामला?
घटना की शुरुआत: इंदौर के एक व्यापारी द्वारा हीरा बेचने के नाम पर धोखाधड़ी की गई थी। आरोप है कि इस मामले में पुलिस ने आरोपित को संरक्षण दिया, जिससे समाज में नाराजगी फैली।
प्रदर्शन: इसी के विरोध में करणी सेना ने हरदा शहर के खंडवा बायपास पर करीब 16 घंटे लंबा धरना प्रदर्शन किया।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने शुरू में वाटर कैनन और आंसू गैस का प्रयोग किया।
हालात काबू में न आने पर लाठीचार्ज किया गया।
स्थिति तब और संवेदनशील हो गई जब पुलिस ने राजपूत छात्रावास में घुसकर लाठीचार्ज किया।
गिरफ्तारी: इस कार्रवाई में करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीवन सिंह शेरपुर सहित लगभग 60 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया।
राजनीतिक और सामाजिक प्रतिक्रिया
इस घटना के बाद प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया।
राजनीतिक विपक्ष ने भी सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए, और पुलिस की “अनावश्यक बर्बरता” की आलोचना की।
सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा तेजी से ट्रेंड करता रहा, जिसके बाद सरकार पर जनदबाव बढ़ा।
प्रशासनिक कार्रवाई :
अधिकारी/कर्मचारी कार्रवाई
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (हरदा) जिले से हटाया गया
एसडीएम एवं एसडीओपी तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित
थाना प्रभारी, कोतवाली नर्मदापुरम् IG कार्यालय अटैच
थाना प्रभारी, ट्रैफिक नर्मदापुरम् IG कार्यालय अटैच