सांकेतिक तस्वीर
मध्य प्रदेश के पांढुर्णा में एक पागल गाय के उत्पात से पूरे बाजार में हड़कंप मच गया। रविवार को इस गाय ने अचानक से बाजार में हंगामा शुरू कर दिया, जिससे वहां मौजूद दुकानदार और राहगीर सब घबरा गए। गाय ने कई दुकानों में रखा सामान फेंक दिया और कुछ लोगों पर हमला भी कर दिया। इस अप्रत्याशित हमले से बाजार में अफरा-तफरी मच गई, और लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।
बाजार में मची इस भगदड़ के बाद, स्थानीय लोगों ने मिलकर किसी तरह इस बौराई गाय को काबू में किया। नगर पालिका के कर्मचारियों ने मोटी रस्सियों का इस्तेमाल करते हुए गाय को बांधा और फिर जेसीबी की मदद से उसे पशु चिकित्सालय पहुंचाया। वहां पशु चिकित्सकों ने गाय की जांच की और जो निष्कर्ष सामने आए, उसने सभी को और अधिक चिंतित कर दिया, खासकर उन लोगों को जिन्होंने हाल ही में इस गाय का दूध पिया था। पांढुर्णा के पशु चिकित्सक रूपेश देशमुख ने बताया कि इस गाय में रेबीज के 75 प्रतिशत लक्षण पाए गए हैं। गाय के मुंह से लार का लगातार बहना और उसका आक्रामक व्यवहार इसके प्रमाण हैं। गाय लोगों को मारने के लिए दौड़ रही थी, जो रेबीज से संक्रमित जानवरों का एक सामान्य लक्षण है।
एक अन्य पशु चिकित्सक, केतन पांडे ने स्थिति को और अधिक गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि भले ही गाय के शरीर पर फिलहाल कोई घाव नहीं है, लेकिन यदि पिछले छह महीनों के भीतर उसे किसी पागल श्वान (कुत्ते) ने काटा हो, तो उसके शरीर में रेबीज का संक्रमण फैलने की संभावना बहुत अधिक है। इस स्थिति में गाय से रेबीज का संक्रमण उसके दूध के जरिए उन लोगों तक भी पहुंच सकता है जिन्होंने हाल ही में उसका दूध पिया है।
लोगों में भय और प्रशासन चिंतित
इस घटना के बाद, पांढुर्णा में लोगों के बीच भय और असमंजस की स्थिति है। जिन लोगों ने गाय का दूध पिया है, वे अपनी सेहत को लेकर बेहद चिंतित हैं। प्रशासन भी इस मामले को लेकर सतर्क हो गया है और संभावित संक्रमित लोगों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। पशु चिकित्सकों ने सलाह दी है कि इस तरह की किसी भी संदिग्ध स्थिति में तुरंत चिकित्सा सहायता ली जानी चाहिए। साथ ही, प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अपनी सुरक्षा के लिए सतर्क रहें और इस तरह के किसी भी असामान्य व्यवहार वाली गाय या अन्य जानवरों की सूचना तुरंत स्थानीय अधिकारियों को दें।