शराब और मारपीट बनी हत्या की वजह
जांच में पता चला कि अशोक धुर्वे शराब के नशे में अक्सर कांता को बेरहमी से पीटता था। कांता का गांव के ही राजू कुडापे (32) से अवैध संबंध था। तंग आ चुकी कांता ने अपने रिश्ते के भतीजे राजू और दामाद जगदीश उइके (33) के साथ मिलकर अशोक को ठिकाने लगाने की ठान ली। तीनों ने साजिश के तहत अशोक को पहले शराब पिलाई, फिर सुनसान खेत में ले जाकर रस्सी से गला घोंटकर उसकी जान ले ली। हत्या के बाद शव को खेत की मेड़ में फेंक दिया और रस्सी को मिट्टी में दबा दिया।
मोबाइल ने खोली पोल
हत्या के बाद कांता ने अशोक का मोबाइल राजू के घर में छिपा दिया। लेकिन पुलिस की साइबर सेल ने मोबाइल को ट्रैक कर राजू को हिरासत में लिया। सख्त पूछताछ में राजू टूट गया और उसने पूरी साजिश उगल दी। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल बाइक, मोबाइल और रस्सी बरामद कर ली।
तीनों आरोपी सलाखों के पीछे, पुलिस को इनाम
29 अप्रैल को कांता बाई, राजू कुडापे और जगदीश उइके को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। इस सनसनीखेज मामले को सुलझाने में उमरानाला पुलिस, मोहखेड़ थाना और साइबर सेल की टीम ने दिन-रात एक कर दी। छिंदवाड़ा एसपी अजय पांडे ने मामले के त्वरित खुलासे के लिए पुलिस टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है।