बस पांच मिनट और रुक जाता, तो शायद जिंदा न होता
नवीन ने बताया कि उन्होंने पहलगाम की एक दुकान से भेल खरीदी थी और वहीं थोड़ी देर खड़े होकर वीडियो बना रहे थे। भेल लेकर वो कुछ ही कदम आगे बढ़े थे कि गोलियों की तड़तड़ाहट शुरू हो गई। जिस दुकान से उन्होंने भेल खरीदी थी, उसी पर भी फायरिंग हुई। घटना को याद करते हुए नवीन ने कहा कि मैंने जैसे ही वीडियो रिकॉर्ड करना शुरू किया, तभी गोलियां चलने लगीं। सब कुछ अचानक हुआ। मैं बस थोड़ी देर और वहीं रुक जाता, तो शायद आज ये बात कहने के लिए जिंदा नहीं होता। परमात्मा ने सचमुच बचा लिया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो
हमले से ठीक पहले का नवीन का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें शांत माहौल अचानक गोलियों की गूंज और लोगों की चीखों में बदलता दिखता है। लोग इस वीडियो को देख हैरान हैं कि कैसे चंद सेकंड में सब बदल गया। बता दें कि नवीन चौधरी कृषि विभाग की एक योजना के तहत सेमिनार में शामिल होने कश्मीर गए थे। शनिवार को वे पहलगाम घूमने निकले थे, जहां यह भयावह घटना घटित हुई।