
अक्सर आपने सुना होगा कि मध्यप्रदेश अजब है और बड़ा गजब है। लेकिन यहां के अधिकारी भी अजब-गजब हैं। ताजा मामला छतरपुर जिले से निकलकर आया है, जहां पुलिस से प्रताड़ित महिला और उसके परिवार का है। जहां उन्होंने आवेदन देकर इच्छा मृत्यु मांगी तो उन्हें बाकायदा उसकी रिसीविंग देते हुए अप्रत्यक्ष सहमति दे दी है। जो आवेदन अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।
छतरपुर में अब अधिकारियों के अलग की कारनामे और कार्यप्रणाली सामने आ रही है, जिसमें की सवालिया निशान लग रहे हैं। यहां छतरपुर पुलिस की अजब और गजब कहानी सामने आई है, जहां पर एक महिला ने अपने पूरे परिवार सहित पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देकर इच्छा मृत्यु मांगी तो पुलिस अधीक्षक कार्यालय से महिला के आवेदन को स्वीकार करते हुए पुलिस अधीक्षक की मोहर लगाकर आवेदन स्वीकार कर लिए। जबकि आवेदन में साफ लिखा है कि उसका आवेदन स्वीकार कर प्रार्थी व उसके परिवार को आत्महत्या की अनुमति प्रदान करने की कृपा करें।

बताते चलें कि हरपालपुर निवासी शोभा जरिया ने आवेदन में बताया कि हरपालपुर थानेदार पुष्पक शर्मा से पूरा परिवार परेशान है। थानेदार पुष्पक शर्मा सीएम हेल्पलाइन की शिकायत कटवाने के लिए दबाव बना रहे हैं। इतना ही नहीं सीएम हेल्पलाइन की शिकायत न काटने पर उनके परिजनों पर फर्जी केस लगा दिए और रात में 12-12 बजे तक थाने में बैठाकर दबाव बनाकर शिकायत कटवा ली।पीड़ित परिवार ने बताया कि वह हरपालपुर थानेदार से बेहद परेशान है और न्याय के लिए दर-दर भटकने के बाद भी कहीं उनकी सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने पुलिस अधीक्षक से इच्छा मृत्यु मांगी है। पुलिस अधीक्षक कार्यालय में इच्छा मृत्यु का आवेदन दिया है, जिस पर मोहर लगाकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय से रिसीविंग भी मिल गई है।