मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों पर कार्रवाई का सिलसिला लगातार जारी है। लगभग हर दूसरे दिन कहीं न कहीं लोकायुक्त रिश्वतखोर अधिकारी-कर्मचारियों को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ रही है लेकिन इसके बावजूद रिश्वतखोर बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं। ताजा मामला मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम का है जहां लोकायुक्त की टीम ने शिक्षा विभाग के BRC (ब्लॉक रिसोर्स कोऑर्डिनेटर) को रिश्वत लेते रंगेहाथों पकड़ा है।
मध्यान भोजन और कंटीजेंसी फंड के ऑडिट के नाम मांगी रिश्वत
नर्मदापुरम जिले के केसला ब्लाक के शिक्षा विभाग के बीआरसी कृष्ण कुमार शर्मा को भोपाल लोकायुक्त की टीम ने गुरुवार को रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों पकड़ा है। रिश्वतखोर बीआरसी कृष्ण कुमार शर्मा ने क्षेत्र के स्कूलों से मध्यान भोजन और कंटीजेंसी फंड के ऑडिट के नाम पर पैसे की मांग की थी। प्राथमिक शाला सोमुखेड़ा के शिक्षक देवेंद्र पटेल से 3000 रुपए की मांग की गई थी। इतना ही नहीं क्षेत्र के चार स्कूलों से भी तीन तीन हजार रुपए मांग कर 15000 की राशी के लिए दबाव बनाया जा रहा था। इसकी शिकायत फरियादी शिक्षक देवेंद्र पटेल ने भोपाल लोकायुक्त कार्यालय में की थी।
पांच हजार की रिश्वत लेते धराया
लोकायुक्त इंस्पेक्टर रजनी तिवारी ने बताया प्राथमिक शिक्षक देवेंद्र पटेल की शिकायत पर उनकी टीम ने आज केसला ब्लॉक में बीआरसी को 5000 की रिश्वत लेते पकड़ा। वही सोमू खेड़ा के प्राथमिक शिक्षक देवेंद्र पटेल ने बताया कि बीआरसी कृष्ण कुमार शर्मा मेरे स्कूल के अलावा क्षेत्र के चार स्कूल बोरखेड़ा, सिलवानी एवं अन्य दो सकूलों से भी पैसे की डिमांड की है।
बीआरसी के के शर्मा