जब बॉलीवुड के सबसे हैंडसम, करिश्माई और दमदार अभिनेताओं की बात होती है, तो धर्मेंद्र का नाम शीर्ष पर आता है। उन्हें यूं ही ‘हीमैन ऑफ बॉलीवुड’ नहीं कहा गया। उन्होंने न सिर्फ भारत में, बल्कि विदेशों में भी ऐसा प्रभाव छोड़ा, जिसकी मिसालें आज भी दी जाती हैं।
‘धरम वीर’ – एक भारतीय फिल्म, जिसकी गूंज रूस तक पहुंची
साल था 1977। धर्मेंद्र की फिल्म ‘धरम वीर’ रिलीज हुई और सिनेमाघरों में 50 हफ्ते तक लगातार चलती रही। उस दौर में जब मार्केटिंग सीमित थी और सिनेमा हॉल ही दर्शकों से संवाद का जरिया थे, एक फिल्म का इतने लंबे समय तक थिएटर में टिके रहना अपने आप में ऐतिहासिक था।
लेकिन यह सफलता केवल भारत तक सीमित नहीं रही।
जब रूस बना धर्मेंद्र का दीवाना
‘धरम वीर’ ने सोवियत संघ (आज का रूस) में ऐसा तहलका मचाया कि तीन करोड़ से ज्यादा टिकट बिके। उस दौर में भारतीय फिल्मों का रूस में खासा प्रभाव था, लेकिन ‘धरम वीर’ ने सभी उम्मीदों को पार कर लिया।
रूसियों ने धर्मेंद्र के एक्शन, करिश्माई अंदाज़ और स्टाइल को इतना पसंद किया कि उन्हें वहां ‘आयरन मैन ऑफ इंडिया’ का टैग मिला।
धर्मेंद्र की लोकप्रियता उस समय इतनी थी कि वे भारतीय सॉफ्ट पावर का प्रतिनिधित्व करते नजर आए। वे बॉलीवुड के पहले कुछ सितारों में से थे, जिनका चेहरा रूस की दीवारों पर पोस्टर बनकर दिखता था।
बॉबी देओल की पहली झलक
दिलचस्प बात ये भी है कि इस फिल्म में धर्मेंद्र के बेटे बॉबी देओल ने भी एक छोटा सा रोल निभाया था। उन्होंने फिल्म में धर्मेंद्र के बचपन का किरदार निभाया था — यह उनका सिनेमा के पर्दे पर पहला परिचय था।
आज भी कायम है वही करिश्मा
आज धर्मेंद्र 89 वर्ष के हो चुके हैं, लेकिन उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई। वे सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं, अपने फार्महाउस से वीडियो शेयर करते हैं, और लोगों से उसी आत्मीयता से जुड़े रहते हैं, जैसे वे फिल्मों में नजर आते थे।
हाल ही में वे फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ में दिखे थे, लेकिन सच्चाई यह है कि उनका असली स्टारडम वह है, जो ‘धरम वीर’ जैसी फिल्मों के ज़रिए भारत से रूस तक फैला।