छिंदवाड़ा नगर निगम की बैठक शुक्रवार को आयोजित की गई। निगम की सामान्य सभा की बैठक उस समय हंगामेदार हो गई, जब भाजपा पार्षदों ने अचानक सदन से वॉकआउट कर दिया। उनके सदन से बाहर निकलते ही निगम कमिश्नर, सचिव समेत अन्य अधिकारी भी कुर्सियां छोड़कर बाहर जाने लगे, जिससे अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनू मागे नाराज हो गए।
अध्यक्ष मागे ने सख्त लहजे में अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि जब तक वे बैठक की समाप्ति की घोषणा नहीं करेंगे, कोई भी अधिकारी सदन से बाहर नहीं जा सकता। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सदन की कार्यवाही को गंभीरता से लें और बिना अनुमति बैठक छोड़ने की कोशिश न करें। अध्यक्ष की नाराजगी के बाद सभी अधिकारी पुनः अपनी कुर्सियों पर लौट आए।
भाजपा पार्षदों के वॉकआउट के बाद कांग्रेस पार्षदों ने बैठक में प्रशासनिक अधिकारियों के रवैये पर सवाल उठाए। कांग्रेस पार्षद टिंकू राय ने निगम कमिश्नर को सलाह दी कि वे नियमों के अनुसार कार्य करें और किसी के व्यक्तिगत सुझाव पर न चलें। इस पर कमिश्नर राय भी नाराज हो गए और स्पष्ट किया कि जब तक अध्यक्ष बैठक समाप्ति की घोषणा नहीं करेंगे, वे कोई निर्णय नहीं लेंगे।
इस पूरी घटना ने नगर निगम की कार्यवाही के दौरान प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर कर दिया। जहां भाजपा पार्षदों के वॉकआउट ने सत्ता पक्ष की नाराजगी को दर्शाया, वहीं अधिकारियों की हरकतों पर अध्यक्ष और विपक्षी पार्षदों ने आपत्ति जताई।