नर्मदापुरम/दीपकशर्मा : चुनाव में महिलाओं को आरक्षण का दंभ वाली पार्टियां जिले की चार विधानसभा में फेल नजर आ रही हैं। वर्ष 1998 से अभी तक के चुनाव प्रत्याशियों पर नजर डालें तो प्रमुख पार्टियों भाजपा और कांग्रेस ने सोहागपुर, पिपरिया और सिवनीमालवा में किसी महिला प्रत्याशी को टिकट नहीं दिया है। वहीं होशंगाबाद में कांग्रेस पार्टी ने महिलाओं को टिकट दिया है। विधानसभा क्षेत्र में महिलाओं ने निर्दलीय और अन्य पार्टियों से चुनाव लड़ा है, उन्हे जीत नहीं मिली। वर्ष 2023 के विधानसभा चुनाव में किसी भी पार्टी ने महिला उम्मीदवार नही बनाया है। इसके पहले 2003 के चुनाव में सविता दीवान शर्मा को कांग्रेस ने टिकट दिया था। लेकिन वे चुनाव में हार गई थी।
होशंगाबाद : कांग्रेस के टिकट पर जीतीं थी सविता
यहां कांग्रेस ने महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया और वह विधायक भी बनी। वर्ष 1998 के चुनाव में कांग्रेस से सविता दीवान शर्मा ने चुनाव जीता था। कांग्रेस ने ही सविता दीवान शर्मा को फिर 2003 में टिकट दिया, लेकिन यह चुनाव सविता भाजपा के मधुकर राव हर्णे से हार गई थी। विधानसभा में कांग्रेस से सविता दीवान ने 1998 में चुनाव लड़ा था और वह विधायक बनी थी।1975 में कांग्रेस ने होशंगाबाद से सुशीला दीक्षित को टिकिट दिया था और वह विजयी हुई थी। लेकिन 1977 सुशीला दीक्षित जनता पार्टी के रमेश बरगले से हार गई थी। अभी तक कांग्रेस ने सिर्फ होशंगाबाद से महिला उम्मीदवार उतारा हैं। लेकिन 2008 के बाद कांग्रेस ने भी महिला उम्मीदवार मैदान में नही उतारा।