हालांकि, खबरें हैं कि केस दर्ज होने के बाद उन्हें जाने दिया गया। फारूकी समेत हिरासत में लिए गए अन्य लोगों के खिलाफ सिगरेट्स एंड अदर टोबैको प्रोडक्ट्स एक्ट 2003 के तहत मामला दर्ज हुआ है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, रेड के दौरान फारूकी हुक्का बार में ही मौजूद थे और उनका मेडिकल भी कराया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि बाद में उन्हें जाने दिया गया।
पुलिस ने बोरा बाजार स्थित साबलान हुक्का बार पर रेड की थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने बताया, ‘हमारी टीम ने यह जानकारी मिलने पर हुक्का बार में रेड की थी कि वहां लोग हर्बल हुक्का की आड़ में तंबाकू हुक्का का इस्तेमाल कर रहे हैं। अगर यह साबित हो जाता है कि तंबाकू हुक्का का इस्तेमाल हुआ है, तो उनके खिलाफ COTPA के तहत मामला दर्ज होगा।’
एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस का कहना है कि फोर्ट इलाके में चल रहा यह हुक्का पार्लर गैर कानूनी है। रेड के दौरान यहां 4400 रुपये नकद और 13 हजार 500 रुपये के 9 हुक्का पॉट्स जब्त किए गए हैं।