मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव
पार्टी सूत्रों के अनुसार करीब 18 मंत्रियों के नाम रविवार शाम को फाइनल हो सकते हैं। इसमें संघ की पृष्ठभूमि से आने वाले और कार्यकर्ता के रूप में काम करने वाले जुझारू चेहरों को मौका दिया जा सकता है। इसके अलावा पुराने चेहरों में परफार्मेंस के आधार पर कुछ मंत्रियों को फिर मौका दिया जा सकता है। सोमवार से विधानसभा का सत्र शुरू हो रहा है। इससे पहले एक छोटे मंत्रिमंडल को लेकर तैयारी चल रही है। हालांकि मंत्रियों के नाम पर भी दिल्ली से ही मुहर लगेगी। इसमें जातियों के साथ ही क्षेत्र के प्रतिनिधित्व को प्राथमिकता दी जाएगी।
दिग्गज नेताओं की भूमिका पर भी निर्णय
दिल्ली में प्रदेश के दिग्गज नेताओं की भूमिका भी चर्चा होगी। इसमें पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल, वरिष्ठ नेता और विधायक गोपाल भार्गव, पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के नाम शामिल हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि पार्टी शिवराज सिंह चौहान को दिल्ली बुला सकती है। उनको केंद्र में बड़ी भूमिका दी जा सकती है। वहीं कैलाश विजयवर्गीय को आने वाले समय में प्रदेश संगठन में कोई बड़ी भूमिका में एडजस्ट किए जाने की संभावना है। प्रहलाद पटेल प्रदेश मंत्रिमंडल में शामिल होते हैं या उनको कोई नई भूमिका दी जाएगी इसका फैसला भी दिल्ली से ही होगा।