MP News: मध्यप्रदेश के सियासी गलियारों में शोक की लहर दौड़ पड़ी है। पूर्व मंत्री सविता वाजपेई का गुरुवार को लंबी बीमारी के चलते निधन हो गया है। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा था।
बता दें कि, मध्यप्रदेश में जब जनता पार्टी शासन करती थी। तब 1977 में सविता वाजपेई सीहोर विधानसभा सीट से चुनाव जीतकर विधायक बनी और उसके बाद मंत्री। वह कैलाश जोशी, वीरेंद्र सकलेचा, और सुंदरलाल पटवा के मंत्रीमंडल में राज्यमंत्री और मंत्री का पद संभाल चुकीं है।
सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि आपातकाल के दौरान मीसा (आंतरिक सुरक्षा अधिनियम) के तहत उन्हें 18 महीनों तक बंदी बना रखा था। उनका अंतिम संस्कार राजधानी भोपाल के भदभदा श्मशान घाट पर किया गया है।
सीएम ने जताया शोक
सीएम डॉ मोहन यादव ने पूर्व मंत्री सविता वाजपेयी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। सीएम ने बताया कि वाजपेयी ने सार्वजनिक जीवन में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें आत्मा की शांति और परिजन को दुख सहन करने की क्षमता दे।