भोपाल के हबीबगंज थाना क्षेत्र में बिट्टन मार्केट स्थित पेट्रोल पंप के पास सोमवार दोपहर बड़ा हादसा टल गया। एक तेज रफ्तार इलेक्ट्रिक रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट गया, जिसमें सवार दो स्कूली छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गईं। जांच में खुलासा हुआ कि रिक्शा चालक शराब के नशे में था।
कैसे हुआ हादसा
श्याम नगर मल्टी निवासी 10वीं की छात्रा पेपर देकर सहेली के साथ सात नंबर बस स्टॉप से रिक्शे में बैठी थी। रिक्शा चलने के कुछ ही देर बाद दोनों को शक हुआ कि चालक नशे में है। उन्होंने रिक्शा रोकने की कोशिश भी की, लेकिन चालक ने उनकी बात अनसुनी कर दी और रफ्तार बढ़ा दी। बिट्टन मार्केट के पेट्रोल पंप के सामने रिक्शा अनियंत्रित होकर पलट गया। दोनों छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गईं।
परिजनों और पुलिस की कार्रवाई
सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे और छात्राओं को अस्पताल ले गए। जयप्रकाश अस्पताल से एक छात्रा को छुट्टी दे दी गई, जबकि दूसरी को गंभीर चोटों के चलते दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया गया। पुलिस ने आरोपी चालक पर्वत सिंह को गिरफ्तार कर मेडिकल कराया, जिसमें उसके नशे में होने की पुष्टि हुई। आरोपी पर एक्सीडेंट समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है।
सवालों के घेरे में व्यवस्था
यह हादसा केवल लापरवाही का मामला नहीं है, बल्कि भोपाल में ई-रिक्शा संचालन की अनियंत्रित व्यवस्था को भी उजागर करता है।
ई-रिक्शा चालकों की स्क्रीनिंग और लाइसेंसिंग पर सवाल : बिना पृष्ठभूमि जांच और नशे की मेडिकल जांच के लोग आसानी से रिक्शा चलाते दिखते हैं।
स्कूल बच्चों की सुरक्षा : नाबालिग छात्राओं का नशे में धुत चालक के हवाले होना अभिभावकों और पुलिस-प्रशासन दोनों के लिए गंभीर चेतावनी है।
नशे में वाहन चलाने की बढ़ती घटनाएं : राजधानी में शराबखोरी और सार्वजनिक परिवहन का मेल अब दुर्घटनाओं का कारण बन रहा है।
एक ओर सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रदूषण मुक्त विकल्प के रूप में बढ़ावा दे रही है, वहीं दूसरी ओर उनके संचालन पर कोई कड़ा नियंत्रण न होना आमजन की सुरक्षा पर भारी पड़ रहा है। बिट्टन मार्केट का हादसा एक चेतावनी है कि यदि ई-रिक्शा चालकों की निगरानी, मेडिकल जांच और सख्त लाइसेंसिंग प्रणाली लागू नहीं की गई, तो अगली बार यह लापरवाही और बड़ी त्रासदी का रूप ले सकती है।