लोकसभा में राहुल गांधी के आरोपों के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने ‘वोट चोरी’ मुद्दे को लेकर प्रदेशव्यापी आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। 13 अगस्त को भोपाल में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक में रणनीति तय होगी, जबकि पीसीसी चीफ जीतू पटवारी विधानसभा चुनाव 2023 में हुई कथित गड़बड़ियों के सबूत सार्वजनिक करेंगे।
भोपाल | लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी द्वारा लगाए गए वोट चोरी के आरोप के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस ने इस मुद्दे को राज्यव्यापी अभियान का रूप देने की तैयारी शुरू कर दी है। इसी कड़ी में 13 अगस्त को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय, भोपाल में पॉलिटिकल अफेयर्स कमेटी की बैठक बुलाई गई है, जिसमें आरोपों को जनता तक पहुँचाने की रणनीति तय होगी।
बैठक में ये नेता होंगे शामिल
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, प्रदेश प्रभारी हरीश चौधरी, और अन्य वरिष्ठ नेता इस बैठक में मौजूद रहेंगे। पार्टी की योजना है कि पूरे राज्य में प्रेस कॉन्फ्रेंस, रैलियाँ, धरने और प्रदर्शन कर कथित “लोकतंत्र की चोरी” और बीजेपी के झूठ को जनता के सामने रखा जाए।
13 अगस्त को ‘बड़ा खुलासा’
जीतू पटवारी ने सोशल मीडिया पर घोषणा की है कि वे 2023 विधानसभा चुनाव में हुई कथित वोट चोरी के सबूत पेश करेंगे। उन्होंने दावा किया है कि कई विधानसभा क्षेत्रों की मतदाता सूची में गड़बड़ियों के पुख्ता प्रमाण उनके पास हैं।
कांग्रेस का आरोप
पटवारी ने लिखा — “लोकतंत्र और संविधान को खत्म करने की साजिशों को बेनकाब करना अब जरूरी है।”
कांग्रेस का कहना है कि यह मामला सिर्फ राजनीतिक विरोध का नहीं, बल्कि लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा का है। राहुल गांधी ने भी अपने बयान में मध्य प्रदेश का नाम उन राज्यों में लिया था, जहाँ कथित वोट चोरी हुई थी। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ भी इस मुद्दे को पहले उठा चुके हैं।