रिजर्व क्षेत्र में तीन कोर और दो बफर जोन हैं, जहां वन्यजीवों की नियमित आवाजाही होती है। खासकर बाघ और जंगली हाथी जैसे खतरनाक जानवर इन क्षेत्रों में अकसर देखे जाते हैं। ऐसे में इस तरह से पर्यटकों को बीच जंगल में उतारना उनकी जान को जोखिम में डालने जैसा है।
घटना के समय पनपथा बफर जोन की गश्ती टीम मौके पर मौजूद थी, फिर भी न तो उन्होंने वाहन को रोका और न ही किसी तरह की पूछताछ की। यह लापरवाही न सिर्फ प्रबंधन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करती है। इस पूरी घटना का वीडियो मौजूद पर्यटकों ने अपने मोबाइल कैमरे से रिकॉर्ड किया, जो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इससे न सिर्फ बांधवगढ़ की छवि धूमिल हो रही है, बल्कि यह भी जाहिर हो रहा है कि पर्यटकों की सुरक्षा को नजरअंदाज किया जा रहा है।
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक अनुपम सहाय ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जिप्सी के बारे में जानकारी मिल चुकी है और जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने कहा कि दोषियों की पहचान होते ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।