लखनऊ: अयोध्या राम मंदिर में (Ayodhya Ram Mandir) रामलला (Ramlala) इस होली में कचनार के फूलों से बने गुलाल से होली खेलेंगे. सीएसआईआर-एनबीआरआई (CSIR NBRI) के वैज्ञानिकों ने कचनार के फूलों से बने गुलाल को खास तौर पर तैयार किया है. कचनार को त्रेतायुग में अयोध्या का राज्य वृक्ष माना जाता था. एनबीआरआई के वैज्ञानिकों ने गोरखनाथ मंदिर के चढ़ाए हुए फूलों से भी एक हर्बल गुलाल तैयार किया है. संस्थान के निदेशक डॉ. अजित कुमार शासनी (Dr Ajit Kumar Shasny) ने दोनों हर्बल गुलाल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) को भेंट किए.
औषधीय गुण वाला कचनार का फूल
बौहिनिया प्रजाति (Bauhinia Variegata) को कचनार कहा जाता है. इसी के फूलों से हर्बल गुलाल बनाया गया है. कचनार को त्रेतायुग में अयोध्या का राज्य वृक्ष माना जाता था. इसे आयुर्वेद में औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता है. इस फूल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल आदि गुण भी होते हैं. एनबीआरआई ने इसी फूल से हर्बल गुलाल बनाया है. जिससे रामलला होली खलेंगे.