भीलवाड़ा : दिवाली से पूर्व घर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए साफ सफाई की जाती है। इस दौरान भीलवाड़ा में एक अजीबोगरीब वाक्या सामने आया है। भीलवाड़ा शहर के एक घर में साफ सफाई के दौरान लाखों रुपए के सोने के आभूषण गलती से कचरे की गाड़ी में फेंक दिए। जब परिवार को इस भूल का पता चला तो परिवार के पैरों तले जमीन खिसक गई और आनन-फानन में नगर निगम महापौर सहित परिचितों को सूचना दी। इसके बाद नगर निगम महापौर राकेश पाठक द्वारा एक स्पेशल टीम बनाई गई, इसने अथक प्रयास के बाद कचरा स्टैंड पर कचरे के ढेर के बीच लाखों रुपए का सोना ढूंढ निकाला है। जब परिवार को उनका खोया हुआ सोना मिला तब उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा था भीलवाड़ा नगर निगम कर्मचारियों ने सोना ढूंढ कर अपनी ईमानदारी का परिचय दिया।
दीवाली की सफाई के साथ फेंक दिया सोना
चिराग शर्मा ने कहा कि हमारे घर पर दिवाली की सफाई चल रही थी। तब इस दौरान सोना एक जगह अलग से रखा हुआ था लेकिन जब कचरे की गाड़ी आई तो भूल वश यह सोना कचरे की गाड़ी में कचरे के साथ फेंक दिया। जब हमें पता चला कि सोना कचरे में फेंक दिया है. तब हमने नगर निगम महापौर राकेश पाठक को सूचना दी।जिनकी टीम ने ढूंढ कर लाखों रुपए का सोना हम तक पहुंचा है हमें जब हमारा सोना वापस मिला तब बहुत खुशी हुई और हम इसका शुक्रगुजार है।
सोना ढूढ़ने के लिए बनाई स्पेसल टीम
नगर निगम महापौर राकेश पाठक ने कहा कि वार्ड नंबर 27 निवासी एक परिवार के जरिए हमें सूचना मिली कि करीब साढे 4 लाख रुपए की लागत का सोना गलती से उन्होंने ऑटो टिपर कचरे की गाड़ी में डाल दिया है। जिसके बाद सोना ढूंढने के लिए हमने एक विशेष टीम गठित की और लगातार प्रयास करते हुए कचरे के ढेर से सोना ढूंढ कर निकाला है। वार्ड नं 27 जमादार और सफाई कर्मियों ने ईमानदारी का संदेश दिया है इतने लाखों रुपए के सोने देख कर किसी का भी मन डगमा सकता था । लेकिन उन्होंने अपने ईमानदारी का परिचय दिया है और मुझे इस बात की बहुत खुशी है।
कचरा गाड़ी का किया पीछा
वार्ड नंबर 27 के जमादार हेमंत कुमार ने कहा कि महापौर द्वारा हमें सूचना मिली कि वार्ड नंबर 27 के एक परिवार के लाखों रुपए का सोना कचरे की गाड़ी में जा चुका है। जिसके बाद हमने ऑटो टिपर वाले से संपर्क किया और जहां-जहां वह गाड़ी गई। वहां-वह हमने पीछा किया हैं और काफी समय तक ढूंढने के बाद जब हमें पता चला कि कचरा को कचरा स्टैंड पर डाल दिया गया है तब हम वहां पहुंचे और कचरा स्टैंड पर कचरे के ढेर के बीच हमने यह कचरा ढूंढ कर परिवार जनों तक पहुंचा है। जब यह लाखों रुपए का सोना परिवार के लोगों तक पहुंचा तब उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा और उन्हें देखकर हमें भी काफी खुशी हुई है कि एक परिवार की खुशियां लौट आई है।
कचरे में से निकाला सोनाजमादार हेमंत ने कहा कि ऑटो टिपर चालक द्वारा ट्रांसपोर्ट नगर स्थित कचरा स्टेंड पर खाली कर दिया गया था जिसके बाद टीम ने कचरे में ढूढना शुरू किया। कचरे के काफी ढेर के बीच एक अकेला ढेर था। जो सुरक्षित नजर आया, उस ढेर पर कोई भी कचरा बीनने वाला नजर नहीं आया, जबकी बाकी सभी ढेर पर कचरा बिनने वाले कचरे के ढेरों को कुरेद रहे थे।