आगर मालवा (सुसनेर)। नगर परिषद सुसनेर के स्टोर रूम से बड़ी मात्रा में एलईडी लैंप चोरी होने का मामला इन दिनों चर्चाओं में है। नगर परिषद के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (सीएमओ) ओ.पी. नागर ने स्थानीय थाना में इस संबंध में लिखित शिकायत दर्ज कराई है।
सीएमओ के अनुसार, स्टोर रूम से करीब 500 से 600 एलईडी लैंप तथा अन्य विद्युत उपकरण चोरी हुए हैं। प्रारंभिक जांच में यह आशंका जताई गई है कि चोर कार्यालय के पिछले हिस्से में स्थित वेंटिलेशन के जरिए स्टोर में दाखिल हुए और चोरी की वारदात को अंजाम दिया।
लोकायुक्त और ईओडब्ल्यू तक पहुंचा मामला
मामले की गंभीरता को देखते हुए जनप्रतिनिधियों ने शिकायत को केवल थाना तक सीमित नहीं रखा, बल्कि लोकायुक्त, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन, और आर्थिक अपराध अनुसंधान ब्यूरो (EOW) तक भी पहुंचा दिया है। पुलिस थाना प्रभारी केसर राजपूत ने पुष्टि की है कि चोरी के संबंध में आवेदन प्राप्त हो चुका है और मामले की जांच प्रगति पर है।
पहले हुए घोटाले की परतें फिर उधड़ने लगीं
इस चोरी की घटना ने नगर परिषद में पूर्व में हुए एलईडी खरीदी घोटाले की यादें भी ताजा कर दी हैं। पूर्व में आरोप लगाए गए थे कि परिषद ने 1,500 से 2,000 रुपये कीमत वाले एलईडी लैंप को 4,000 से 6,000 रुपये में खरीदा, जबकि 200 रुपये कीमत वाले एलईडी चोक को 800 रुपये प्रति यूनिट में खरीदा गया। यह मामला स्थानीय प्रशासनिक हलकों में लंबे समय तक चर्चा में रहा, लेकिन ठोस कार्रवाई अब तक नहीं हो पाई।
अब जबकि इन एलईडी लैंप की चोरी सामने आई है, तो सवाल उठ रहा है कि क्या यह साबिती मिटाने की कोशिश है या फिर किसी नए रैकेट का संकेत?
सवालों के घेरे में नगर परिषद
इस पूरे घटनाक्रम ने नगर परिषद की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्टोर रूम जैसी महत्वपूर्ण जगह की निगरानी, सील व्यवस्था, और रिकॉर्ड संधारण की प्रक्रियाओं को लेकर भी जांच एजेंसियां अब बारीकी से पड़ताल कर सकती हैं।