नशीली दवाओं, एल्कोहल और एडिक्टिव बिहेवियर के विश्व रिपोर्ट के अनुसार मौत होने वाली सड़क दुर्घटनाओं में से 44 प्रतिशत में एल्कोहल की भूमिका पाई गई है। दुर्घटना में मरने वाले 50 प्रतिशत तक मोटर साईकिल चालकों के शराब के नशे में होने की संभावना पाई गई है।
इस विश्व रिपोर्ट के अनुसार घर में होने वाली दुर्घटनाओं में 23 से 30 प्रतिशत में एल्कोहल की भूमिका होती है। आग लगने और जलने से मौत होने की 46 प्रतिशत दुर्घटनाओं में एल्कोहल की भूमिका होती है।
यदि शराब न पिए हुए व्यक्ति से तुलना करें तो शराब पीने के बाद किसी व्यक्ति में आत्म-हत्या का खतरा सात गुणा बढ़ जाता है और अधिक मात्रा में शराब पीने के बाद यह खतरा 37 गुणा बढ़ जाता है (बोर्जे का अध्ययन, 2017)। एल्कोहल उपयोग डिसआर्डर के कारण अवसाद की संभावना कम से कम दोगुना बढ़ जाती है।
कुछ वर्ष पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने एक अन्य रिपोर्ट तैयार करवाई थी जिसे हिंसा और स्वास्थ्य पर विश्व रिपोर्ट का शीर्षक दिया गया था। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि डिप्रेशन या अवसाद के लिए भी एल्कोहल एक महत्त्वपूर्ण कारक है। विश्व रिपोर्ट के अनुसार एल्कोहल और नशीली दवाओं के दुरुपयोग की आत्म-हत्या में भी एक महत्त्वपूर्ण भूमिका है। संयुक्त राज्य अमेरिका में चार में से कम से कम एक आत्म-हत्याओं में एल्कोहल की भूमिका रिपोर्ट की गई है।